Saturday, July 25, 2020



Some days you will be the
light for others, and some
days you will need some
light from them. As long
as there is light, there
is hope and there is
a way...

- Jennifer Gayle

मेघ आए


मेघ आए बड़े बन-ठन के, सँवर के ।

आगे-आगे नाचती-गाती बयार चली
दरवाजे-खिड़कियाँ खुलने लगीं गली-गली
पाहुन ज्यों आए हों गाँव में शहर के ।
मेघ आए बड़े बन-ठन के, सँवर के ।


पेड़ झुक झाँकने लगे गरदन उचकाए,
आंधी चली, धूल भागी घाघरा उठाये,
बाँकी चितवन उठा, नदी ठिठकी, घूंघट सरके।
मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के।



बूढ़े पीपल ने आगे बढ़कर जुहार की,
‘बरस बाद सुधि लीन्हीं’ –
बोली अकुलाई लता ओट हो किवार की,
हरसाया ताल लाया पानी परात भर के।
मेघ आए बड़े बन-ठन के सँ वर के।



क्षितिज अटारी गहराई दामिनी दमकी,
‘क्षमा करो गाँठ खुल गई अब भरम की’,
बाँध टूटा झर-झर मिलन के अश्रु ढरके।
मेघ आए बड़े बन-ठन के सँवर के।


- सर्वेश्वरदयाल सक्सेना


( A thing that unites this country. The monsoon is right up there. We all collectively breathe a sigh of relief, we all look at the sky and smile, we all gear up for a little inconvenience, and we all enjoy it at its most beautiful.)

Welcome Monsoon to India.